मित्रो आपके बीच यह सुझाव रख रहा हूँ...आप विचार करे...
हम लम्बे समय से क्रमानुसार रतना पोस्ट की व्यवस्था चला रहे हैं....पर मुझे लगता है कि अब इसमें एक रसता आ रही है...इसमें बदलाव की ज़रूरत महसूस हो रही है...
दो विचार है-
पहला- अब हम ऐसा कर सकते हैं कि
सभी कवि अपनी पाँच..पाँच अप्रकाशित कविताएँ...एडमिन को भेजे...और एडमिन..उन्हें समूह के ही दूसरे साथियो को टिप्पणी के लिए भेजे....इसमें कवि का नाम टिप्पणी करने वाले साथी को नहीं बताया जायेगा...
फिर टिप्पणी और कविता एक साथ समूह में साझा हो...समूह के बाक़ी साथी उन पर बात करे....टिप्पणी करने वाले साथी..और कवि के नाम का खुलासा..दूसरे दिन सुबह हो...
दूसरा सुसाव यह है कि...कवि साथी अपनी आवाज में...अच्छी रिकार्डिंग में..अपना रचना पाठ करे...रचना किसी भी विधा की हो सकती है...
सभी क्रमानुसार..पोस्ट करे..एक रतनाकार रोज़
सभी मित्र विचार करें..जिस पर सहमति बनती है...वैसी व्यवस्था बना लेंगे....
04.01.2015
हम लम्बे समय से क्रमानुसार रतना पोस्ट की व्यवस्था चला रहे हैं....पर मुझे लगता है कि अब इसमें एक रसता आ रही है...इसमें बदलाव की ज़रूरत महसूस हो रही है...
दो विचार है-
पहला- अब हम ऐसा कर सकते हैं कि
सभी कवि अपनी पाँच..पाँच अप्रकाशित कविताएँ...एडमिन को भेजे...और एडमिन..उन्हें समूह के ही दूसरे साथियो को टिप्पणी के लिए भेजे....इसमें कवि का नाम टिप्पणी करने वाले साथी को नहीं बताया जायेगा...
फिर टिप्पणी और कविता एक साथ समूह में साझा हो...समूह के बाक़ी साथी उन पर बात करे....टिप्पणी करने वाले साथी..और कवि के नाम का खुलासा..दूसरे दिन सुबह हो...
दूसरा सुसाव यह है कि...कवि साथी अपनी आवाज में...अच्छी रिकार्डिंग में..अपना रचना पाठ करे...रचना किसी भी विधा की हो सकती है...
सभी क्रमानुसार..पोस्ट करे..एक रतनाकार रोज़
सभी मित्र विचार करें..जिस पर सहमति बनती है...वैसी व्यवस्था बना लेंगे....
04.01.2015
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